इश्क

मेरे दिल की बातो को तुम गौर करना.
मुझे ना समझना मुखबिर कलम का.
मेरे जज्बातो का तुम ख्याल करना.
बस कागज की खुबसूरती नहीं  मेरे लफ़्ज .
असल ये दिल की उमड़ती आवाज हैं......१

बदनाम हुं हर गली में तेरा नाम हुं.
उमङते जुबान पर तेरा नाम मुझसे.
देख गोरी लोगो  को हमारी कितनी खयालात हैं.
बस कागज़  की खुबसूरती नहीं  मेरे लफ्ज़ ,
*असल ये दिल की उमङती आवाज हैं......२

संभल कर लेता तेरा नाम अपनो की बिच में.
कहीं  खुल ना जाये दिल का ऐब सभी के बिच में.
छुपा हु खुद में दिल की तलहटी में.
बस जी रहा हुं, मैं कागजी नाम लेके.
बस कागज की खुबसूरती नहीं  मेरे लफ़्ज .
असल ये दिल की उमङती आवाज हैं......३

#अवध 💏

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