आँखे Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps June 21, 2017 जब कतरा - कतरा आँखो से बह निकले हो सनम. सनम कैंसे रोकु जींदगी से गुजरे हो तुम. कल तक इन आँखो की रौशनी हो कहते. आज क्यों अमावश की चांद हो निकले. #अवध Read more