देश प्रेम
तन की हर रक्त की धार अर्पन हो माँ भारती के पास.
ना हो कोई मेरा धरती पर क्लेश ना उत्पिङन का वार,
सजा रहे माँ तेरे सर स्वर्ण जङीत मुकूट सुनहरा ,
तेरी महिमा की हो सदा गुणगान,
#अवध ↩
ना हो कोई मेरा धरती पर क्लेश ना उत्पिङन का वार,
सजा रहे माँ तेरे सर स्वर्ण जङीत मुकूट सुनहरा ,
तेरी महिमा की हो सदा गुणगान,
#अवध ↩
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