वाट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट को लेकर शुक्रवार को सुनवाई हुई। व्हाट्सएप ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि उसने स्वेच्छा से अपनी प्राइवेसी पॉलिसी के विवादास्पद अपडेट को रोक दिया है। वहीं, सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के न्यायाधीश डीएन पटेल और जस्टिस ज्योति सिंह के समक्ष वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की जांच में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। बता दें कि इससे पहले 23 जून को दिल्ली हाई कोर्ट ने व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी की जांच के सिलसिले में फेसबुक और मैसेजिंग ऐप से कुछ सूचना मांगने वाले सीसीआई के नोटिस पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इस मामले में एडवोकेट गुरुकर्ण सिंह ने कहा कि हमने एक याचिका दायर की है। वॉट्सऐप के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने कहा था कि मैं इसका कड़ा विरोध कर रहा हूं. आपके आधिपत्य के नोटिस जारी करने के बाद, कुछ घटनाक्रम हुए हैं। हरीश साल्वे की ये बात 28 मई 2021 के एडिशनल एफिडेविट की ओर इशारा करती है। व्हाट्सएप ने दिल्ली हाई कोर्ट से कहा है कि कंपनी ने अपनी इच्छा से
Zika Virus In Kerala कोरोना की तीसरी लहर के आने को लेकर जारी चर्चाओं के बीच केरल में अब जीका वायरस के भी दस्तक देने की खबर सामने आ रही है. हालांकि, अभी तक इन मामलों की पुष्टि होना बाकी है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केरल में जीका वायरस के अबतक दस मामले सामने आए है. मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) में जांच के लिए 13 सैम्पल भेजे गए थे. जिनमें से दस की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं, न्यूज18 से बातचीत में केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जांच के लिए एनआईवी भेजे गए 19 सैम्पल में से हमें 13 के पॉजिटिव होने का शक है. उधर, मातृभूमि (mathrubhumi.com) के अनुसार जीका वायरस से संक्रमण के सभी मामले राजधानी तिरुवनंतपुरम में पाए गए हैं. बताया जा रहा है कि केरल में पहली बार जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार जीका वायरस एक मच्छर जनित फ्लेविवायरस है, जिसे पहली बार 1947 में युगांडा में बंदरों में पहचाना गया था. इसे बाद में 1952 में युगांडा और संयुक्त गणराज्य तंजानिया में मनुष्यों में पहचाना गया। जीका
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट का विस्तार किया है और कई नए चेहरों को मंत्री बनाया है। कहा जा रहा है कि कई सारे मंत्रियों से आनन-फानन में इस्तीफा लिया गया है। जिनमें वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन और रमेश पोखरियाल निशंक का नाम शामिल है। मंगलवार को कुल 11 मंत्रियों से पीएम मोदी द्वारा इस्तीफा लिया गया और कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल किया गया है। खबर के अनुसार 11 मंत्रियों को फोन करके उनसे इस्तीफा लिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने नए लोगों को मंत्री बनाने से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को फोन किया था। इन्होंने 11 बार जेपी नड्डा को फोन किया था। फोन कर पीएम मोदी ने जेपी नड्डा से कहा कि वो 11 मंत्रियों से इस्तीफा ले लें। फिर क्या था जेपी नड्डा ने मोदी द्वारा बताए गए मंत्रियों को फोन किया और उन्हें इस्तीफा देने को कहा। फोन आने के बाद इन मंत्रियों ने अपनी इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, डीवी सदानंद गौड़ा, संतोष गं
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